ग्रामीणों के सहयोग से राजकीय स्कूलों को बनाया जा सकता है बेहतरीन, स्कूल प्रबंधन समिति के सहयोग से राजकीय स्कूलों में बच्चों के दाखिले पर देना होगा विशेष ध्यान, उपायुक्त शांतनु शर्मा ने एसएमसी और शिक्षकों को दिए टिप्स
कुरुक्षेत्र 21 जुलाई उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों को अच्छी गुणवता की शिक्षा देने के लक्ष्य को जहन में रखते हुए सभी शिक्षकों को ओर अधिक मेहनत करनी होगी। सभी शिक्षक दिन-रात मेहनत करके बच्चों को नियमित रुप से शिक्षित करके अपने नैतिक कर्तव्य का भी निवर्हन करें। जब स्कूलों के अच्छे परिणाम आएंगे तो निश्चित ही राजकीय स्कूलों की तरफ लोगों को रुझान बढ़ेगा और स्कूलों में बच्चों की संख्या में इजाफा होगा।
उपायुक्त शांतनु शर्मा शुक्रवार को न्यू लघु सचिवालय के सभागार में जिले के चयनित 35 प्राथमिक विद्यालयों में विद्यालय प्रबंधन समिति के आमुखीकरण और आगामी शैक्षणिक योजना के बारे में रखी गई बैठक को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले जिला शिक्षा अधिकारी रोहताश वर्मा और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक ने जिला प्रशासन कुरुक्षेत्र के मार्गदर्शन एवं निर्देश पर 35 विद्यालयों के मुखिया, जिनमें विद्यालय के 2 अध्यापक तथा संबंधित एबीआरसी को बुलाया गया, सभी का प्रशस रहेगा कि राजकीय स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाई जाए और विद्यालय प्रबंधन समिति इस कार्य में अपना अहम योगदान दे। इसके साथ ही स्कूल प्रशासन द्वारा इस विषय को लेकर किए गए कार्य को उपायुक्त के समक्ष रखा। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि विद्यालय प्रबंधन कमेटी के सहयोग से राजकीय स्कूलों में बड़ी संख्या में बच्चों को दाखिला दिलाया जा सकता है। जब सभी के साझे प्रयास होंगे तभी राजकीय स्कूल अपना लक्ष्य पूरा करने में सक्षम होंगे।
उन्होंने कहा कि राजकीय स्कूलों को बेहतरीन स्कूल बनाने के लिए ग्रामीणों का सहयोग भी लिया जा सकता है और स्कूल प्रबंधन समिति भी अहम भूमिका अदा कर सकती है। सभी को स्कूलों के नियमों की पालना करते हुए सभी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने का काम करना है। इसके लिए स्कूलों में साझी सभाओं का भी आयोजन करना चाहिए। इन सभाओं में विद्यालय के शिक्षक, सरपंच-पंच व अन्य गणमान्य व्यक्तियों को भी शामिल किया जा सकता है। इन साझी सभाओं में स्कूलों की समस्याओं पर मंथन करके समाधान करने का मार्ग ढूंढना चाहिए। जिन-जिन स्कूलों में ग्रांट के पैसे से प्रोजेक्ट पूरा ना हो सके, वहां पर ग्रामीणों के सहयोग से विकास कार्यों को पूरा किया जा सकता है। इतना ही नहीं स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए पंचायत विभाग और अन्य विभागों का सहयोग भी लिया जा सकता है।
नगराधीश हरप्रीत कौर ने कहा कि स्कूल प्रबंधन समिति की बैठकों में सभी को मिलकर आत्ममंथन करना होगा और राजकीय स्कूलों की बेहतरी के लिए योजनाओं तैयार करके अपने कर्तव्य को पूरा करने का प्रयास करना होगा। जिला शिक्षा अधिकारी रोहताश वर्मा ने मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए शिक्षा विभाग की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक ने मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्राथमिक स्कूलों में एसएमसी को मजबूत बनाकर स्कूलों की दशा और दिशा में हर संभव सुधार किया जाएगा। इस मौके पर डीपीसी संतोष शर्मा, बीईओ पिहोवा रणबीर गर्ग, बीईओ थानेसर इंदू गर्ग, बीईओ लाडवा संतोष चौहान, बीईओ शाहबाद एसएस आहुजा, लेक्चरर गौतम दत्त, सतबीर कौशिक आदि उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *