कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने दी बधाई
कुरुक्षेत्र, 22 जुलाई। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के एनएसएस स्वयंसेवक सुमित मलान ने 14 जुलाई से 16 जुलाई के बीच जर्काता, इंडोनेशिया में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मॉडल संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन 2023 में भारत के प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने स्वयंसेवक सुमित मलान सहित केयू एनएसएस कोऑर्डिनेटर डॉ. आनन्द कुमार को बधाई देते हुए कहा कि यह कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए बड़े गर्व का विषय है। उन्होंने कहा एनएसएस विद्यार्थियों में नेतृत्व के गुणों को विकसित कर उन्हें समाज एवं राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान देने की भावना पैदा करती है। कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि छात्र सुमित मलान ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को गौरवान्वित किया है। उन्होंने छात्र सुमित मलान के भविष्य की उज्ज्वल कामना एवं मार्गदर्शन करते हुए कहा कि इस प्रकार के सम्मेलन में भारत में हो रहे सकारात्मक बदलाव को प्रस्तुत करते रहना चाहिए।
इस अवसर पर कुवि कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा ने भी सुमित मलान को बधाई देते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। केयू एनएसएस कोऑर्डिनेटर डॉ. आनन्द कुमार ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के भाग लेने की चयन प्रक्रिया लंबी और चुनौतीपूर्ण थी जिसके लिए साक्षात्कार जकार्ता से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया गया था। साक्षात्कार के लिए 400 से अधिक छात्रों को शॉर्टलिस्ट कर और दुनिया भर से केवल 140 को अंतिम रूप से चुना गया था तथा 15 से अधिक देशों से प्रतिभागियों का चयन किया गया। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में गरीबी उन्मूलन, असमानताओं और बहिष्कार को कम करने, विकासशील और अल्प विकसित देशों को 17 सतत विकास लक्ष्यों के अनुसार सतत विकास प्राप्त करने के लिए नीतियां, नेतृत्व कौशल, भागीदारी क्षमता, संस्थागत क्षमताओं और लचीलापन बनाने में मदद करने से संबंधित चर्चा की गई।
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) को संयुक्त राष्ट्र वैश्विक विकास नेटवर्क के रूप में भी जाना जाता है। प्रतिभागियों ने सम्मेलन के लिए अपनी विविध पृष्ठभूमि, रुचियों और लक्ष्यों को साझा किया।
बॉक्स
जलवायु परिवर्तन एवं गरीबी को लेकर विचार किए साझा
कुवि के एनएसएस स्वयंसेवक सुमित मलान ने जर्काता में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में ’जलवायु परिवर्तन के प्रति लचीलेपन के लिए बुनियादी ढांचे का विकास और कार्यान्वयन’ तथा ’वैश्विक लक्ष्य 2030ः कोई गरीबी नहीं और शून्य भूख’ विषय पर अपने विचार साझा किए। सम्मेलन में उपस्थित 15 से अधिक देशों के प्रतिभागियों ने उसकी प्रस्तुति की सराहना की। कार्यक्रम समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना डॉ आनंद कुमार ने बताया कि सुमित मलान राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रमों में भी तन्मयता से कार्य करता रहा है।