बाढ़ से बचाव का प्रपोजल तैयार कर अनुमति के लिए भेजा सरकार के पास, कुरुक्षेत्र में बाढ़ में वरदान साबित हुई सरस्वती, तीन से चार हजार क्यूसेक पानी की हुई निकासी
कुरुक्षेत्र 17 जुलाई मुख्यमंत्री मनोहर लाल की जल संरक्षण की पहल को सरस्वती हेरिटेज बोर्ड सार्थक साबित कर रहा है। सरस्वती हेरिटेज बोर्ड ने कुरुक्षेत्र में बाढ़ को बचाने के लिए प्लान तैयार कर मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भेजा है। हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमिच ने बताया कि नदियों में बरसाती पानी को कंट्रोल करने के लिए योजना तैयार की है। योजना के अंतर्गत गांव खानपुर कोलियां और ज्योतिसर स्थित एसवाईएल तक सरस्वती में पानी की क्षमता को बढ़ाया जाएगा, क्योंकि जीटी रोड से लेकर खेतों से बरसाती पानी सीधा सरस्वती में आता है।
बोर्ड उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि बैंतन नाला अंबाला जिला के तंदवाल-तंदवाली के पास मारकंडा के अतिरिक्त पानी को डाडलू-पाडलू, रावा से होते हुए बराड़ा रोड को पार करके सीधा शाहाबाद का पानी छपरा-छपरी से होते हुए खानपुर कोलियां से जीटी रोड क्रॉस करके सीधा पिपली में सरस्वती नदी में आकर मिलता है। बारिश में यह पानी पांच से सात हजार क्यूसेक होता है, यही पानी कुरुक्षेत्र में बाढ़ का कारण बनती थी, मगर इस बार सरस्वती की क्षमता बढऩे से सरस्वती कई जिलों की पालनहार साबित हुई है। खानुपर कोलियां से एसवाईएल तक सरस्वती के निरंतर बहाव से किसानों को भी बड़ी राहत मिलेगी। इस क्षेत्र में चार्जिंग लेवल बढ़ेगा और बारिश में आने वाला 5 से 7 हजार क्यूसेक पानी भी सीधा बहेगा, इससे शहर में बाढ़ के आने का खतरा भी कम होगा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पानी की बूंद-बूंद बचाने सहेजने की पहल को आगे बढ़ाने के लिए जल संचय की योजना बनाई है। धुम्मन सिंह किरमिच ने बताया कि योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। अधीक्षक अभियंता अरविंद कौशिक ने इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया है और सरकार से अनुमति मिलने के उपरांत जल्द ही इस कार्य पर काम शुरु कर दिया जाएगा।