सांसद नायब सिंह सैनी 6 जुलाई करेंगे फल उत्सव का शुभारंभ समापन समारोह पर 8 जुलाई को कृषि मंत्री जेपी दलाल करेंगे शिरकत।
तीन दिवसीय फल उत्सव में रंगोली, फैंसी ड्रेस, प्रश्नोत्तरी सहित आम खाने की प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन।
लाडवा, 03 जुलाई (विजय कौशिक) । बागवानी विभाग के उपनिदेशक डा. बिल्लू यादव ने कहा कि उप उष्णकटिबंधीय फल केंद्र लाडवा (कुरूक्षेत्र) की स्थापना इंडो-इजरायल परियोजना के तहत वर्ष 2016 में की गई थी। इस केन्द्र की स्थापना का मुख्य उद्देश्य किसानों को पारंपरिक खेती के स्थान पर बागवानी फसलों के प्रति जागरूक करके उनकी आय में वृद्धि करना है। केंद्र पर किसानों को प्रदर्शन के माध्यम से प्रेरित करने एवं उन्नत तकनीक बारे प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से आम, नाशपाती, आडू, बेर, आलूबुखारा, चीकू, लीची, अमरूद, सेब, अनार, जामुन, खुरमा, जैतुन व ड्रेगन फ्रुट इत्यादि फलों की कई किस्मों के प्रदर्शन स्थल स्थापित किए गए हैं। स्थापना के समय से ही यह केन्द्र अपनी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से निरन्तर किसानों के कल्याण के लिए प्रयासरत है। उपनिदेशक डा. बिल्लू यादव ने कहा कि किसानों को केन्द्र के माध्यम से बागवानी क्षेत्र को बढ़ावा देने व लाभदायक बनाने के लिए विभिन्न तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिनमें फलों की विभिन्न किस्मों को उगाकर उनका प्रदर्शन, आम के पुराने बागों का जीर्णोद्धार, आम के बागों में गुच्छा-गुच्छा रोग की रोकथाम, आम, चीकू व लीची के बागों में चंदवा प्रबंधन (कैनोपी मैनेजमेंट), सूक्ष्म सिंचाई द्वारा सिंचाई व उर्वरक प्रदान करना, फलों की तुड़ाई उपरांत प्रबंधन व किसानों, कर्मचारियों, अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करना इत्यादि। केन्द्र पर स्थापित नर्सरी में किसानों को न्यूनतम दरों पर उच्च गुणवत्ता के आम, लीची, आड़ू, आलूबुखारा, नाशपाती, अमरूद व अनार आदि फसलों की विभिन्न किस्मों कलमी पौधे उपलब्ध करवाये जाते हैं। यह केन्द्र प्रतिवर्ष लगभग 80 हज़ार उच्च गुणवत्ता के कलमी पौधे किसानों को उपलब्ध करवा रहा है, जिसे इस वर्ष बढ़ाकर एक लाख कलमी पौधे प्रतिवर्ष तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। केन्द्र पर किसानों को बागवानी क्षेत्र के प्रति जागरूक करने के लिए समय समय पर निशुल्क एक दिवसीय, साप्ताहिक व 200 घंटे के कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और अभी तक इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से लगभग 1700 किसानों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि इन्ही उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए बागवानी विभाग द्वारा प्रतिवर्ष की तर्ज पर इस वर्ष भी 6 से 8 जुलाई 2023 को 3 दिवसीय 6वें फल उत्सव कार्यक्रम का आयोजन करवाया जा रहा है। कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान 6 जुलाई 2023 को कुरुक्षेत्र सांसद नायब सिंह सैनी मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहेंगे। इस आयोजन के दौरान प्रदेश के किसानों को एक मंच पर एकत्रित करके प्रगतिशील किसानों संवाद, विशेषज्ञों द्वारा सेमिनार, फलों की विभिन्न किस्मों की प्रदर्शनी, सजीव प्रदर्शन एवं केंद्र भ्रमण इत्यादि के माध्यम से तकनीकी जानकारी प्रदान की जाएगी। कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के अलग अलग जिलों के किसानों द्वारा उगाई गई आम की 150 से अधिक अलग अलग किस्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके साथ-2 बच्चों में बागवानी विषयों के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम के दौरान उनके लिए थीम बेस्ड फैंसी ड्रेस, रंगोली बनाना, आम खाना एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगभग 4-5 हज़ार प्रतिभागियों के पहुंचने की सम्भावना है। इस कार्यक्रम के अंतिम दिन 8 जुलाई 2023 को समापन पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जय प्रकाश दलाल मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहकर किसानों को सम्बोधित करेंगे। इसके साथ साथ कृषि मंत्री द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 6 जुलाई को प्रात: 9 बजे से किसानों का पंजीकरण किया जाएगा, इसके उपरांत प्रात: 10 बजे से 11 बजे तक प्रौद्योगिकी प्रदर्शन, प्रात: 11 बजे उद्घाटन समारोह, प्रात: 11 बजे से दोपहर एक बजे तक आम व लीची फलों पर तकनीकी सत्र व रंगोली तथा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, दोपहर 2 बजे से सायं 5 बजे तक प्रदर्शनी व केंद्र का भ्रमण होगा। इसी प्रकार 7 जुलाई को प्रात: 9 बजे से किसानों का पंजीकरण किया जाएगा, प्रात: 10 बजे से 11 बजे तक प्रौद्योगिकी प्रदर्शन, प्रात: 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक आड़ू, आलूबुखारा व नाशपाती फलों पर तकनीकी सत्र और फैंसी ड्रेस व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, दोपहर 2 बजे से सायं 5 बजे तक प्रदर्शनी व केंद्र का भ्रमण होगा। उपनिदेशक ने कहा कि 8 जुलाई को फल उत्सव के अंतिम दिन प्रात: 9 बजे से किसानों का पंजीकरण किया जाएगा, प्रात: 10 बजे से 11 बजे तक प्रौद्योगिकी प्रदर्शन, प्रात: 11 बजे से दोपहर एक बजे तक अनार व अमरूद फलों पर तकनीकी सत्र, दोपहर एक बजे मुख्य अतिथि का आगमन, दोपहर एक बजे से दो बजे तक समापन व पुरस्कार वितरण समारोह, दोपहर 2 बजे से सायं 5 बजे तक प्रदर्शनी व केंद्र का भ्रमण होगा।