अम्बाला, 29 जून:-
भारत सरकार के दिशानिर्देशानुसार विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई 2023 के उपलक्ष्य में स्वास्थ्य विभाग अम्बाला द्वारा प्रशासन, एनजीओ, नेहरू युवा केन्द्र, पंचायती राज व अन्य विभागों के सहयोग से इस वर्ष की थीम आजादी के अमृत महोत्सव में हम ले ये संकल्प- परिवार नियोजन को बनाएंगें, खुशियों का विकल्प के महत्व पर प्रकाश डाला जा रहा है, जिसकी सफलता के लिए सिविल सर्जन डॉ0 कुलदीप सिंह ने बतायाकि कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों विशेषकर झोपड़पटियों/ढाणियों में बढ़ती जनसंख्या के दुष्परिणामों व जनसंख्या नियंत्रण के स्थाई/अस्थाई साधनों जैसे-बिना चीरा-बिना टांका पुरूष नसबन्दी, नलबन्दी, अंतरा टीका, पीपीआईयुसीडढी, पीएआईयुसीडी, कॉपर-टी, गर्भ निरोधक गोलियां व निरोध आदि साधनों की विस्तृत जानकारी दो पखवाड़ों के माध्यम से दी जा रही हैं। पहले पखवाड़े में दम्पति सम्पर्क पखवाड़ा 27 जून से 10 जुलाई 2023 तक स्वास्थ्य व आश कार्यकत्ताओं द्वारा योग्य दम्पतियांक का सर्वे कर आवश्यकतानुसार परिवार कल्याण के साधनों की जानकारी व अपनाने हेतू पे्ररित कर पंजीकरण किया जा रहा हैं। शादी के समय लडक़ी की उम्र 18 वर्ष व लडक़े की उम्र 21 वर्ष, पहला बच्चा शादी के दो साल बाद पैदा करने व पहले और दूसरे बच्चे के बीच कम से कम 3 साल का अन्तर रखने बारे जानकारी दी जा रही हैं। दूसरा पखवाड़ा जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा 11 जुलाई से 24 जुलाई 2023 तक मनाया जा रहा हैं। जिसमें सभी स्वास्थ्य संस्थाओं/अस्पतालों/ केन्द्रों में परिवार कल्याण साधनों की सुविधाएं मुफ्त प्रदान की जाएगी।
तेजी से बढ़ रही जनता की सभी मूलभूत आवश्यकताएं जैसे- रोटी, पानी, कपड़ा, मकान, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, परिवहन इत्यादि की पूर्ति के लिए हर साल चिंतन और मंथन करके जनवृद्धि को रोकने हेतू अनेक योजनाएं एवं कार्यक्रम बनाए जाते हैं लेकिन अभी तक जनसंख्या वृद्धि के सैलाब को नहीं रोक पाए हैं। समय की मांग को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक नागरिक से अपने परिवार को सीमित रखने की अपील की जाती हैं।
उप सिविल सर्जन (प0क0) डॉ0 कुलविन्द्र कौर ने जानकारी देते हुए बताया कि 27 जून से 10 जुलाई तक सभी स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मचारी, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ता परिवार कल्याण के स्थाई व अस्थाई साधनों की जानकारी देंगें व छोटे परिवार के महत्व पर लोगों को प्रेरित करेगें। इसके उपरान्त 11 जुलाई से 24 जुलाई परिवार कल्याण के स्थाई व अस्थाई साधनों का मुफ्त लाभ उठा सकते हैं। प्रत्येक एनएसवी करवाने वाले व्यक्ति को 2000 रूपए, पे्ररक को 300 रूपए, महिला नलबन्दी करवाने पर 1400 रूपए व प्रेरक को 200 रूपए व प्रसव उपरान्त नलबन्दी करवाने पर 2200 रूपए प्रोत्साहन राशि व प्रेरक को 300 रूपए राशि दी जा रही हैं। अत: सभी योग्य दम्पत्यिों से अनुरोध है कि इन सेवाओं का पूरा लाभ उठाएं व अपना परिवार सीमित व खुशहाल बनाए।
भारत सरकार के दिशानिर्देशानुसार विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई 2023 के उपलक्ष्य में स्वास्थ्य विभाग अम्बाला द्वारा प्रशासन, एनजीओ, नेहरू युवा केन्द्र, पंचायती राज व अन्य विभागों के सहयोग से इस वर्ष की थीम आजादी के अमृत महोत्सव में हम ले ये संकल्प- परिवार नियोजन को बनाएंगें, खुशियों का विकल्प के महत्व पर प्रकाश डाला जा रहा है, जिसकी सफलता के लिए सिविल सर्जन डॉ0 कुलदीप सिंह ने बतायाकि कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों विशेषकर झोपड़पटियों/ढाणियों में बढ़ती जनसंख्या के दुष्परिणामों व जनसंख्या नियंत्रण के स्थाई/अस्थाई साधनों जैसे-बिना चीरा-बिना टांका पुरूष नसबन्दी, नलबन्दी, अंतरा टीका, पीपीआईयुसीडढी, पीएआईयुसीडी, कॉपर-टी, गर्भ निरोधक गोलियां व निरोध आदि साधनों की विस्तृत जानकारी दो पखवाड़ों के माध्यम से दी जा रही हैं। पहले पखवाड़े में दम्पति सम्पर्क पखवाड़ा 27 जून से 10 जुलाई 2023 तक स्वास्थ्य व आश कार्यकत्ताओं द्वारा योग्य दम्पतियांक का सर्वे कर आवश्यकतानुसार परिवार कल्याण के साधनों की जानकारी व अपनाने हेतू पे्ररित कर पंजीकरण किया जा रहा हैं। शादी के समय लडक़ी की उम्र 18 वर्ष व लडक़े की उम्र 21 वर्ष, पहला बच्चा शादी के दो साल बाद पैदा करने व पहले और दूसरे बच्चे के बीच कम से कम 3 साल का अन्तर रखने बारे जानकारी दी जा रही हैं। दूसरा पखवाड़ा जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा 11 जुलाई से 24 जुलाई 2023 तक मनाया जा रहा हैं। जिसमें सभी स्वास्थ्य संस्थाओं/अस्पतालों/ केन्द्रों में परिवार कल्याण साधनों की सुविधाएं मुफ्त प्रदान की जाएगी।
तेजी से बढ़ रही जनता की सभी मूलभूत आवश्यकताएं जैसे- रोटी, पानी, कपड़ा, मकान, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, परिवहन इत्यादि की पूर्ति के लिए हर साल चिंतन और मंथन करके जनवृद्धि को रोकने हेतू अनेक योजनाएं एवं कार्यक्रम बनाए जाते हैं लेकिन अभी तक जनसंख्या वृद्धि के सैलाब को नहीं रोक पाए हैं। समय की मांग को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक नागरिक से अपने परिवार को सीमित रखने की अपील की जाती हैं।
उप सिविल सर्जन (प0क0) डॉ0 कुलविन्द्र कौर ने जानकारी देते हुए बताया कि 27 जून से 10 जुलाई तक सभी स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मचारी, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ता परिवार कल्याण के स्थाई व अस्थाई साधनों की जानकारी देंगें व छोटे परिवार के महत्व पर लोगों को प्रेरित करेगें। इसके उपरान्त 11 जुलाई से 24 जुलाई परिवार कल्याण के स्थाई व अस्थाई साधनों का मुफ्त लाभ उठा सकते हैं। प्रत्येक एनएसवी करवाने वाले व्यक्ति को 2000 रूपए, पे्ररक को 300 रूपए, महिला नलबन्दी करवाने पर 1400 रूपए व प्रेरक को 200 रूपए व प्रसव उपरान्त नलबन्दी करवाने पर 2200 रूपए प्रोत्साहन राशि व प्रेरक को 300 रूपए राशि दी जा रही हैं। अत: सभी योग्य दम्पत्यिों से अनुरोध है कि इन सेवाओं का पूरा लाभ उठाएं व अपना परिवार सीमित व खुशहाल बनाए।