राष्ट्रीय विकास के लिए तकनीकी क्षेत्र में नए कोर्स की महत्वपूर्ण भूमिका : प्रो. सोमनाथ सचदेवा
कुरुक्षेत्र 9 जून। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि राष्ट्रीय विकास के लिए तकनीकी क्षेत्र में नए कोर्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। कुलपति प्रो. सोमनाथ ने यूआईईटी संस्थान के निदेशक प्रो. सुनील ढींगरा को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद नई दिल्ली द्वारा केयू के यूआईईटी संस्थान को तकनीकी के क्षेत्र में दो नए कोर्स की स्वीकृति दिए जाने पर बधाई देते हुए कहा कि केयू के यूआईईटी संस्थान में इसी शैक्षणिक सत्र के इंजीनियरिंग के दो नए कोर्स शुरू होंगे।
उन्होंने कहा कि इन नए कोर्स के आने से संस्थान में प्लेसमेंट का दायरा और अधिक विकसित होगा तथा तथा तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में यह कोर्स मील का पत्थर साबित होंगे। वर्तमान समय में आईटी क्षेत्र का दायरा अधिक विकसित होने के कारण उपयोगी इंजीनियरिंग क्षेत्र की मांग बढ़ी है तथा इसी दिशा में तकनीकी शिक्षा की उपयोगिता को बढ़ावा देने के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूआईईटी संस्थान में कंप्यूटर साइंस के अंतर्गत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग तथा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में इलेक्ट्रिकल एंड कंप्यूटर इंजीनियरिंग में नए कोर्सो को इस सत्र में शुरू किया जाएगा।
इस अवसर पर कुवि कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा ने भी यूआईईटी संस्थान के निदेशक एवं सभी शिक्षकों को इसके लिए बधाई दी। केयू डीन इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी व निदेशक यूआईईटी संस्थान प्रो. सुनील ढींगरा ने बताया कि कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के कुशल मार्गदर्शन में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद नई दिल्ली द्वारा संस्थान में दो नए कोर्सों को शुरू करने की स्वीकृति मिली है। प्रो ढींगरा ने बताया कि इन दोनों कोर्सों में 60 सीटों का प्रावधान किया गया है। संस्थान की कमेटी में डॉ. विजय कुमार गर्ग, डॉ. संजीव आहुजा, डॉ. राम अवतार व डॉ. राहुल गुप्ता व उनकी टीम के दिन रात के अथक प्रयास से यह सफलता हासिल की है। इस अवसर पर संस्थान के डॉ. अजय जांगड़ा व डॉ. विजय कुमार गर्ग ने इन कोर्सों की महत्ता के बारे में बताया।
गौरतलब है कि यूआईईटी संस्थान में बीटेक मैकेनिकल 60 सीट, बीटेक कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग सीट 120, बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग 120 के साथ बीटेक बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग में 60 सीटों के साथ विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे है। संस्थान से तकनीकी शिक्षा प्राप्त करके छात्र देश की अग्रणी कंपनियों के साथ प्रशासनिक अधिकारी व अन्य संस्थाओं में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।