कुरुक्षेत्र। श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप के बाद अब महाभारत एवं गीता की धरती पर भीम की 72 फीट ऊंची प्रतिमा धर्मनगरी की पहचान बनेगी। ब्लैक ग्रेनाइट से 200 टन से ज्यादा वजनी यह प्रतिमा गीता जन्म स्थली ज्योतिसर तीर्थ के समक्ष ही श्री गीता भीमा धाम में स्थापित होगी, जिसे तामिलनाडु के मूर्तिकार मूर्त रूप दे रहे हैं। इसकी स्थापना के लिए 40 फीट ऊंचा आधार बनाया जाएगा, जिसके निर्माण का काम निजी कंपनी को सौंपा गया है। प्रतिमा के चारों ओर भीम के जीवन चरित्र को भी दर्शाया जाएगा।
श्री गीता भीमा धाम के प्रबंधक विपिन बताते हैं कि यह प्रतिमा बेहद खास होगी। यह धाम में आने पर श्रद्धालुओं को विशेष अनुभूति कराएगी। धाम के परिसर की दीवारों पर गीता के हर श्लोक को विवरण के साथ उकेरा जाएगा। पिलर पर 32 प्रकार के नरसिंह भगवान दर्शाए जाएंगे। हर अवतार से श्रद्धालुओं को संदेश मिलेगा। धाम में बने विद्याशाला में जहां वेद सिखाया जाएगा, वहीं आयुर्वेदिक सेंटर भी बनाया जाएगा, जिसमें दक्षिण भारत के चिकित्सक आयुर्वेदिक उपचार देंगे। यहीं नहीं यात्री निवास भी होगा तो एक रेस्तरां भी बनाया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि प्रोजेक्ट अगले तीन साल में पूरा हो जाएगा।विदित हो कि ज्योतिसर में ही श्री गीता धाम बनाया जा रहा है। यहीं पर भीम की यह प्रतिमा स्थापित होगी। इससे पहले ज्योतिसर तीर्थ पर केडीबी की ओर से श्रीकृष्ण का 50 फीट ऊंची विराट प्रतिमा स्थापित की गई है।