अबु धाबी की फर्म आईएचसी ने सोमवार को अडाणी के 20 हजार करोड़ रुपए के एफपीओ में 3,261 करोड़ रुपए निवेश करने की घोषणा की है। आईएचसी अपनी सहायक कंपनी ग्रीन ट्रांसमिशन इन्वेस्टमेंट होल्डिंग आरएससी लिमिटेड के जरिए ये निवेश करेगी।
अडाणी ग्रुप में हमारी दिलचस्पी अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के मूल सिद्धांतों में हमारे विश्वास से प्रेरित है; आईएचसी के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर सैयद बसर शोएब ने कहा, “हम लंबी अवधि के नजरिए से विकास की मजबूत संभावना देखते हैं।”
दूसरे दिन महज 3% सब्सक्रिप्शन मिला
एक्सचेंजों के आंकड़ों के मुताबिक, दूसरे दिन सोमवार को एफपीओ को महज 3% सब्सक्रिप्शन मिला। कंपनी को 4,55,06,791 शेयरों के कुल इश्यू साइज के मुकाबले 13,98,516 शेयरों के लिए बोलियां मिली हैं। 31 जनवरी को बंद होने वाले इस ऑफर का प्राइस बैंड 3,112-3,276 रुपए प्रति शेयर है।
अडाणी एंटरप्राइजेज 3.93% चढ़ा
अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट सामने आने के बाद अडाणी ग्रुप के स्टॉक्स में भारी गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि सोमवार को ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों ने रिकवरी दिखाई। ये 3.93% चढ़कर बंद हुआ।
टोटल गैस में 20% की गिरावट
वहीं अडाणी टोटल गैस में 20% की गिरावट रही। ACC, अडाणी पोर्ट, अंबुजा सीमेंट के स्टॉक में भी तेजी देखने को मिली। अडाणी ग्रीन एनर्जी 20.00%, पावर 5.00%, ट्रांसमिशन 15.23% और विल्मर 5.00% गिरा।
अडाणी ग्रुप बोला- ये साजिश जलियांवाला बाग जैसी
अडाणी ग्रुप ने कहा- ‘बिना किसी विश्वसनीयता के हजारों मील दूर बैठी एक संस्था ने हमारे निवेशकों को गुमराह करने की साजिश रची है। यह जलियांवाला बाग जैसी ही साजिश है। यह एक तरह से भारत पर हमला है। भारत का विकास रोकने की कोशिश है।’
LIC ने कहा- हमारा सिर्फ 0.98% पैसा लगा
एलआईसी ने कहा- ‘अडाणी ग्रुप में 30,127 करोड़ रु. निवेश किए थे, जो अब 56,142 करोड़ रु. हो गए हैं। यह रकम हमारे कुल निवेश की सिर्फ 0.98% हैं। यह पूरा निवेश नियमों के तहत हुआ है।’