चीन में कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही भारत, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देशों में भी संक्रमण फैलने का खतरा मंडराने लगा है। इस बीच वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने लंबी यात्रा करने वालों को मास्क लगाने की सलाह दी है।
यूरोप WHO के इमरजेंसी अधिकारी ने कहा- चीन के बाद पूरी दुनिया में कोरोना का खतरा बढ़ रहा है। अमेरिका में ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट XBB.1.5 से संक्रमण के मामले बढ़े हैं। इसे देखते हुए हर देश को लंबी यात्रा करने वाले पैसेंजर्स को मास्क पहनने की सलाह देनी चाहिए। अमेरिकी हेल्थ एजेंसी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने बताया कि उत्तर-पूर्वी राज्यों में XBB.1.5 वैरिएंट के 72% मामले हैं। वहीं पूरे देश में इसके 28% केसेस हैं।
इधर, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन कोवोवैक्स को हेटेरोलोगस बूस्टर डोज के तौर पर मंजूरी मिल गई है। सेंट्रल ड्रग रेग्युलेटरी अथॉरिटी के एक्सपर्ट पैनल की मंजूरी के अब इसे बूस्टर डोज के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। यह बूस्टर डोज उन लोगों को दी जाएगी, जिन्हें कोवीशील्ड या कोवैक्सिन की दोनों डोज लग चुकी है।
पहले जानिए भारत में क्या है कोरोना की स्थिति…
भारत में पिछले 24 घंटे में 197 नए मामले सामने आए। एक मौत दर्ज की गई। हेल्थ मिनिस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, देश में अभी 1,336 एक्टिव केस हैं। कोरोना के शुरुआती दौर से अब तक देश में 5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
अब जानिए दुनिया में कोरोना की क्या स्थिति है…
चीन : न्यू ईयर पर बढ़ सकते हैं केस
चीन में लूनर न्यू ईयर 21 जनवरी से शुरू हो जाएगा। चीन ने अपने सभी बॉर्डर भी खोल दिए हैं। अगले 40 दिन में देश में 200 करोड़ लोगों के आने-जाने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में WHO ने संक्रमण के तेजी से फैलने की चेतावनी दी है। इसके लोग चिंतित हैं। इधर, चीन की पेंडेमिक प्रिवेंशन टीम के सदस्य प्रोफेसर गुओ जियानवेन ने यात्रा करने वाले लोगों से घर के बुजुर्गों से मिलने से मना किया है। उनका कहना है कि छुट्टियों में घर आने वालों से मुलाकात के बाद बुजुर्गों में संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा होगा।
ओवर टाइम कर रहीं नर्स, हड़ताल पर बैठीं
चाइना कम्युनिस्ट पार्टी पर नजर रखने वाली ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट जेनिफर जेंग ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है। इसके साथ लिखा- चीनी अस्पताल में हर दिन नर्स ओवर टाइम कर रहीं। लेकिन उन्हें इसका पैसा नहीं दिया जा रहा है। जिस वजह से वो हड़ताल पर हैं।
नर्स का ओवर टाइम करना बताता है कि चीन के अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। जेंग ने एक और वीडियो शेयर किया है। इसमें कुछ सैनिटाइजेशन वर्कर्स दिख रहे हैं। इन्हें 8 महीने से सैलरी नहीं मिली है। इस वीडियो के साथ जेंग ने लिखा- 3 साल में चीन की इकोनॉमी तबाह हो चुकी है। सरकार के पास सैनिटाइजेशन वर्कर्स को देने के लिए पैसे नहीं हैं।