कुरुक्षेत्र। प्रदेश की सिख संगत द्वारा गठित 41 सदस्यीय हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी की बैठक ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी कुरुक्षेत्र में संस्थापक अध्यक्ष जगदीश सिंह झिंडा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर कहा गया है कि हरियाणा सरकार द्वारा एक दिसंबर को गठित की गई 38 मेंबरी हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी को सिख संगत ने सिरे से नकार दिया है, इसलिए प्रदेश सरकार इस कमेटी को तुरंत भंग करे। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए जगदीश सिंह झिंडा ने प्रदेश सरकार को चेताया कि यदि सरकार ने इस 38 सदस्यीय सरकारी कमेटी को प्रदेश के ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिबान की सेवा संभालने का प्रयास किया, तो हरियाणा की सिख संगत इसका डट कर विरोध करेगी। झिंडा ने बताया कि आज बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया है कि कमेटी के सदस्य एक बार फिर श्री अकाल तख्त साहिब अमृतसर के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह से मुलाकात करके मांग करेंगे कि संगत द्वारा गठित की गई 41 सदस्यीय कमेटी पर मोहर लगाई जाए, ताकि वह सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार हरियाणा के ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिबान की सेवा संभाल कर सके। उन्होंने चेताया कि यदि प्रदेश सरकार में अपनी 38 सदस्यीय सरकारी कमेटी को भंग नहीं किया, तो संगत द्वारा गठित 41 मेंबरी कमेटी उसके समानांतर काम करेगी, जिससे उनमें टकराव होने की संभावना बनेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार प्रदेश के सिखो को आपस में लड़ाने का प्रयास कर रही है, जबकि प्रदेश की सिख संगत कानून को अपने हाथ में नहीं लेना चाहती। एक प्रश्न के जवाब में झिंडा ने बताया कि उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से मुलाकात के लिए समय मांगा है, मगर वह विदेश दौरे पर हैं और 16 जनवरी को लौटने के बाद ही 18 या 19 जनवरी को उन्हें मिलने का समय दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों गुरुद्वारा श्री नाडा साहिब पंचकूला में सरकार द्वारा गठित कमेटी के सदस्यों द्वारा की गई हुड़दंगबाजी से भी जत्थेदार साहिब को अवगत करवाया जाएगा। झिंडा ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा गठित कमेटी के प्रधान बाबा कर्मजीत सिंह ने अपनी कार्यकारिणी की पहली बैठक कुरुक्षेत्र मुख्यालय की बजाए यमुनानगर के एक स्कूल में करके साबित कर दिया है कि उनमें प्रदेश के ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिबान की सेवा संभाल करने की क्षमता नहीं है। इस अवसर पर जोगा सिंह यमुनानगर, दलजीत सिंह बाजवा बिलासपुर, बाबा सुच्चा सिंह, जरनैल सिंह मिर्जापुर, हरदयाल सिंह, सुखविंदर सिंह, अवतार सिंह केसरी, लखमीर सिंह पिलखनी, हरमनप्रीत सिंह सलपानी, रंजीत सिंह डाचर, जोगिंदर सिंह झिंडा, इंदर सिंह घरौंडा, मलकीत सिंह पंचकूला, मुख्तयार सिंह समाना बाहु, अमरदीप सिंह इंद्री, अमर सिंह फतेहाबाद रतिया सहित प्रदेशभर से आए कमेटी के सदस्य एवं संगत मौजूद रही।