इस साल हर 10 में से 8 लोग मकान खरीदना चाहते हैं। एक सर्वे में शामिल 77% लोगों ने कहा है कि वे इस साल प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हैं। ऐसे लोगों ने इसके तीन मुख्य कारण बताए। पहला समय के साथ रेंट बढ़ता जा रहा है। दूसरा, प्रॉपर्टी खरीदना ज्यादा लोगों की पहुंच में है। और तीसरा, प्रॉपर्टी का मालिक होने से ज्यादा सुरक्षा महसूस होती है।
बीते 5 सालों में मकानों की 7% तक बढ़ी
47% लोगों ने कहा कि ब्याज दरों और प्रॉपर्टी की कीमतों में जिस रफ्तार से बढ़ोतरी हो रही है, अगले कुछ सालों में मकानों की कीमतें उनकी खरीद क्षमता से बाहर निकल जाएंगी। बीते पांच साल में मकानों की प्रति वर्ग फुट औसत कीमत बेंगलुरू में 7%, मुंबई में 3.5%, और दिल्ली-एनसीआर में 4% बढ़ी है।
रियल एस्टेट मार्केटप्लेस नोब्रोक्रर की एक सर्वे रिपोर्ट से ये रुझान सामने आया। सर्वे में बेंगलुरू, मुंबई, पुणे, चेन्नई, हैदराबाद और दिल्ली-एनसीआर के 26,000 लोगों ने हिस्सा लिया।
26,000 लोगों पर किए गए सर्वे का रुझान
- 21% लोगों का मानना है कि मकानों की कीमतों में लगातार इजाफा हुआ है।
- 17% ने कहा कि बढ़ती ब्याज दरों के चलते उन्होंने मकान खरीदने का इरादा छोड़ दिया है।
- 38% के मुताबिक मकान मालिक होने से सुरक्षा का भाव ज्यादा मजबूत होता है।
- 67% ने कहा मकान खरीदते वक्त उनके लिए बिल्डिंग की कंस्ट्रक्शन क्वालिटी सबसे महत्वपूर्ण होगी।
- 1 करोड़ रुपए से ज्यादा मूल्य वाले मकानों की कीमत में अधिक उछाल आया है।
- 2.5 करोड़ रुपए से ज्यादा मूल्य वाले मकानों की कीमतें सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ी हैं।
- ब्याज दरों और कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद देश में होम बायर्स का सेंटिमेंट पॉजिटिव है।
- तेज शहरीकरण के चलते शहरों में पलायन कर बसने वाले सालाना 2% बढ़े हैं।