मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने ग्लोबल मार्केट में अपनी कारों को एक्सपोर्ट करने कि लिए तमिलनाडु के कामराजर पोर्ट (Port) से डील साइन की है। यह डील पांच साल के लिए की गई है। ऑटोमोबाइल यूनिट्स को इंपोर्ट और एक्सपोर्ट करने के लिए कामराजर पोर्ट के मैनेजमेंट ने एक कार-कम-जनरल (car-cum-general) कार्गो बर्थ डेवलप किया है।
इसका इस्तेमाल अफ्रीका, मिडल ईस्ट, लैटिन अमेरिका, आसियान (ASEAN), ओशिनिया और सार्क (SAARC) रीजन में कारों के एक्सपोर्ट के लिए किया जाएगा। भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी ने गुरुवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि वह इस पोर्ट से सालाना 20 हजार व्हीकल्स को एक्सपोर्ट करेगा। एक्सपोर्ट के लिए देश में कंपनी का यह चौथा पोर्ट है। वर्तमान में मारुति सुजुकी मुंबई, मुंद्रा और पिपावाव बंदरगाहों से अपनी गाड़ियों को विदेश में एक्सपोर्ट कर रही है।
दुनिया भर के कस्टमर तक पहुंचने में मदद मिलेगी
मारुति सुजुकी के MD और CEO हिसाशी टेकुची ने कहा, “कंपनी मेक इन इंडिया पहल के लिए डेडीकेटेड है। हमारे एक्सपेंडिंग एक्सपोर्ट ऑपरेशन यह दिखाते हैं कि हम ग्लोबल कस्टमर के लिए भरोसेमंद, हाई क्वालिटी और एडवान्स्ड कार बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने बताया कि कामगार पोर्ट से निर्यात की शुरुआत से हमें दुनियाभर के कस्टमर तक पहुंचने में मदद मिलेगी। इससे कंपनी द्वारा उपयोग किए जा रहे मुंद्रा, मुंबई और पिपावाव पोर्ट का दबाव कम करने में मदद मिलेगी।
पोर्ट पर 14 हजार कारों के लिए पार्किंग स्पेस
कामराजर पोर्ट के CMD सुनील पालीवाल ने कहा, “मारुति सुजुकी के पोर्ट से जुड़ने से हमें परिचालन बढ़ाने में मदद मिलेगी। उम्मीद करते हैं कि यह डील सक्सेस होगी और हम भारत की इकोनॉमी में योगदान दे पाएंगे।” उन्होंने बताया कि पोर्ट पर 14 हजार कारों के लिए पार्किंग स्पेस है। यहां शिपिंग से पहले गाड़ियों की अच्छी तरह से जांच और सफाई की जाती है।
ग्रैंड विटारा की डिलीवरी से पहले पोर्ट पर ही होगी पीडीआई
मारुति ने कहा, “दोनों कंपनियों के बीच हुए समझौते के तहत कर्नाटक में टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के बिदादी प्लांट में बनाई जा रही मारुति सुजुकी की ग्रैंड विटारा को डिलीवरी से पहले पोर्ट पर प्री-डिलीवरी इंस्पेक्शन (पीडीआई) किया जाएगा, इसके बाद एक्सपोर्ट किया जाएगा।” मारुति सुजुकी 1986 से अपनी कारों को भारत से दुनियाभर में एक्सपोर्ट कर रही है। वित्त वर्ष 2022 में कंपनी ने 100 देशों में सबसे ज्यादा 2.38 लाख से अधिक कारों को एक्सपोर्ट किया है।