हमेशा गुटबाजी की शिकार रहने वाली हरियाणा कांग्रेस राहुल की भारत जोड़ो यात्रा में एक दिखी। हरियाणा में एंट्री के वक्त फ्लैग सेरेमनी के बाद हुई राहुल की सभा में मंच पर पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला एक दूसरे के साथ फुसफुसाते हुए दिखे। वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा मंच पर अलग बैठी। पार्टी नेता और विधायक किरण चौधरी को मंच पर राहुल के पास स्थान नहीं मिल पाया, इसलिए उन्हें मंच की दूसरी पंक्ति में बैठना पड़ा।
फ्लैग सेरेमनी में राहुल ने हुड्डा को थमाया तिरंगा
फ्लैग सेरेमनी के दौरान हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कद राहुल ने बढ़ा दिया। हुआ यूं कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जब हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को तिरंगा देने लगे तो राहुल ने उसे हुड्डा के हाथों में थमा दिया। इससे देख रहे सभी यह तो समझ गए कि रणदीप सुरजेवाला और शैलजा को दूसरे राज्यों के प्रभारी बनाए जाने के बाद अब हरियाणा में हुड्डा का राज ही चलेगा।
8 साल से अध्यक्ष के सहारे ही कांग्रेस
हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी के कारण 8 साल से संगठन नहीं बन पाया है। भूपेंद्र हुड्डा के सीएम रहने के दौरान तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर और कुमारी सैलजा के साथ अनबन रहने के कारण कांग्रेस का संगठन खड़ा नहीं कर पाई। इसके बाद कुमारी सैलजा अध्यक्ष बनीं, लेकिन आपसी गुटबाजी के कारण वह भी संगठन नहीं बना पाई। इस कारण से पिछले 8 सालों से हरियाणा में कांग्रेस सिर्फ अध्यक्ष के सहारे ही चल रही है।
2023 में बन सकता है संगठन
राहुल गांधी की यात्रा के बाद यह संभावना बन रही है कि 2023 में हरियाणा कांग्रेस में संगठन खड़ा हो जाए। प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने इसकी तैयारी कर ली है। नए संगठन में हरियाणा कांग्रेस कई बड़े जिलों में एक से अधिक जिलाध्यक्ष बनाने का सोच रही है। शहरी और ग्रामीण जिलाध्यक्ष अलग अलग बनाए जाएंगे। अंबाला जिले में तीन जिलाध्यक्ष होंगे। इसी प्रकार से 180 ब्लॉक के प्रधान बनाए जाएंगे। इतने ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य भी बनेंगे।