हरियाणा के कुरुक्षेत्र के इस्माईलाबाद क्षेत्र के गांव तंगौर के पास से निकल रहे नेशनल हाईवे 152 जीसी रोड के निर्माण कार्य को रोके बैठे किसानों को शुक्रवार को पुलिस ने जबरन धरने से उठा दिया। पुलिस किसानों को बस में बैठा कर पुलिस थाने लेकर आई। इसकी जानकारी के बाद दूसरे किसानों ने थाने के बाहर पहुंच कर नारेबाजी शुरू कर दी।
किसानों का कहना है कि रोड निर्माण में जिन-जिन किसानों की जमीन ली गई है, उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कई बार डीसी और एसडीएम सहित नेशनल हाईवे के कई अधिकारियों से मिल कर समस्या बता चुके हैं। किसानों की कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। इसके बाद किसानों ने रोड का काम रोक दिया था।
किसानों की से हैं मांगे
किसानों की मांग है कि हाईवे के दोनों तरफ सर्विस रोड बने, एक तरफ से दूसरी तरफ जाने के लिए हर 500 मीटर के बाद एक कट बनाया जाए, इसमें कंबाइन, हार्वेस्टर जैसे बड़े वाहन भी निकल सके, हाईवे में जिन-जिन किसानों के ट्यूबवेल सड़क के बीच में आए हैं, उनको बोर का मुआवजा देना, बिजली का न्यू कनेक्शन सरकारी खर्चे पर लगवाना, किसानों की दूसरी तरफ बची हुई जमीन की सिंचाई के लिए पाईप लाईन निकालने के लिए रास्ता और पुरानी पाईप लाईन टूटने पर मुआवजा दिया जाए।
लिखित रूप से आश्वासन मांग रहे किसान
इसके अलावा बरसाती पानी और बाढ़ का पानी निकालने हेतु प्रबंध किए जाना, आधा मकान गिराए जाने के बाद पूरे मकान का मुआवजा दिया जाना किसानों की मांगों में शामिल है। उन्होंने कहा जब तक उन्हें लिखित रूप में इन समस्याओं का हल नहीं निकलेगा, तब तक हाईवे का काम शुरू नहीं होने दिया जाएगा।
सर्वे कराने का दिया आश्वासन
किसानों की गुरुवार को जिला प्रशासन के साथ मीटिंग हुई थी। जिसमें एसडीएम कपिल शर्मा और नेशनल हाईवे के अधिकारी चंदन ने कहा था कि जिन किसानों को नेशनल हाईवे बनने के बाद समस्या आ रही है, उन्हें लेकर सर्वे करवाया जाएगा। उनकी समस्या का हल करवाया जाएगा। आज वहां पर किसान प्रदर्शन कर रहे थे, तब पुलिस ने उनको जबरदस्ती गिरफ्तार करके थाना ले जाया गया।