हरियाणा के हिसार की ग्राम पंचायतों ने कामकाज शुरू कर दिया है, लेकिन 7 नव निर्वाचित सरपंचों की शैक्षणिक योग्यता व नॉमिनेशन दस्तावेजों को लेकर शिकायतें जिला पंचायत विकास कार्यालय में पहुंची है। वहीं एक जिला पार्षद के फर्जी शैक्षणिक रिकॉर्ड की जांच भी की जा रही है। ये संबंधित एरिया के एसडीएम करेंगे। हिसार में तीसरे फेज में पंचायती चुनाव हुए थे।
हिसार में 307 पंचायतें है। जिसमें 4 सरपंचों की शैक्षणिक योग्यता को फर्जी बताया है। जबकि 3 सरपंचों के दस्तावेजों की जांच के लिए भी शिकायत आई है। इन सरपंचों के नॉमिनेशन के दौरान एनओसी और शपथ पत्र में खामियों की शिकायत है।
एसडीएम को दस्तावेजों की जांच की जिम्मेदारी
डीडीपीओ ने इन शिकायतों को एडीसी के पास भेज दिया। एडीसी कार्यालय ने संबंधित क्षेत्रों के एसडीएम को सरपंचों के शैक्षणिक दस्तावेज और अन्य दस्तावेजों की जांच की जिम्मेदारी दी है। जिला पंचायत विकास अधिकारी एससी शर्मा ने बताया कि शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच के लिए अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय को भेज दिया गया है।
महिला सरपंच ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र से लड़ा चुनाव
हिसार में ढाणी मिरदाद की महिला सरपंच दुर्गी देवी के फर्जी जाति प्रमाण पत्र पर एफआईआर दर्ज हुई है। महिला सरपंच ने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है। महिला सरपंच की अग्रिम जमानत याचिका पहले ही जिला अदालत खारिज कर चुकी है।
14 दिसंबर से पंचायतों का कामकाज शुरू
हिसार की पंचायतों ने 14 दिसंबर से कामकाज शुरू कर दिया है। पंचायत विभाग ने ग्राम पंचायतों को सरकार की कल्याणकारी व विकास योजनाओं की जानकारी आम जनता तक पहुंचाने, स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ अभियान, ड्राप आउट बच्चों को स्कूलों तक पहुंचाने के लिए प्रेरित किया। वहीं 18 दिसंबर को पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली पंचों और सरपंचों के साथ जन संवाद करेंगे।