हरियाणा के जिले करनाल में सोमवार को DTP द्वारा अवैध कॉलोनियों व अवैध निमार्ण पर की गई कार्रवाई पर अब सवाल उठने शुरू हो गए हैं। जनप्रतिनिधियों ने उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके द्वारा गरीब लोगों के ऊपर कार्रवाई की जा रही है, जबकि पूंजीपतियों पर पूरी रहमत है।
बता दें कि अवैध कॉलोनियों के मुद्दे को दैनिक भास्कर डिजिटल पिछले चार दिनों से प्रमुखता से उठा रहा है। दैनिक भास्कर ने उनको यह भी याद दिलाया कि जब उन्होंने करनाल में जॉइन किया था तो उन्होंने कहा था कि वह करनाल में ऐसा कर देंगे कि कॉलोनाइजर उनका नाम सुनकर भाग जाएंगे। इसी बात का ध्यान रखते हुए सोमवार को DTP द्वारा शहर भर की दर्जनों कॉलोनियों में ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई।
कार्रवाई पर उठ रहे सवाल
सोमवार को उनके द्वारा की गई कार्रवाई पर यूथ फॉर चेंज के अध्यक्ष वीरेंद्र राठौर ने सवाल उठाते हुए कहा कि करनाल में बजीदा रोड पर दो अवैध कॉलोनियों काटी जा रही थी। जिसमें एक कॉलोनी में वकील के पर जानलेवा हमला भी हुआ था। इसके अलावा कुछ ही दूरी पर दूसरी अवैध कॉलोनी भी कट रही थी जहां पर प्लाट काटे जा रहे थे।
सोमवार को इन दोनों कॉलोनियों में खानापूर्ति के लिए DTP गए जरूर, लेकिन कार्रवाई के नाम पर उनको चेतावनी देकर और एक दो घरों को सील करके वहां से वापस आए गए, जबकि होना ये चाहिए था कि दोनों कॉलोनियों में जितना भी निमार्ण कार्य उन्होंने करवाया है उसपर बुलडोजर चलाया जाता और दोनों खिलाफ मामला दर्ज करवाया जाता।
घरौंडा में पार्षदों ने उठाए सवाल
वहीं घरौंडा के नगर पार्षदों ने प्रशासन पर दोगली कार्रवाई के आरोप लगाए हैं। सोमवार शाम को जिला प्रशासन ने मिनी बाइपास पर निर्मित एक अवैध प्रॉपर्टी पर कार्रवाई की, लेकिन पार्षदों द्वारा उठाया गया ARB वाटर पार्क पर अवैध दुकानों के निर्माण के मुद्दे पर प्रशासन आज तक संज्ञान नहीं ले पाया है। लिहाजा, नगर पार्षद ही प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं। पार्षदों ने प्रशासनिक अधिकारियों पर ही दोगली नीति अपनाने के आरोप लगा दिए।