पब्लिशर-प्लेटफॉर्म रिलेशनशिप को डिकोड करने के तरीकों पर मंथन के लिए डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स एसोसिएशन (DNPA) का दूसरा डायलॉग शुक्रवार को वर्चुअली आयोजित होगा। इसमें कनाडा और अमेरिका के लीडिंग एक्सपर्ट के साथ इंडियन न्यूज पब्लिशिंग बिजनेस से जुड़े लोग शामिल होंगे। DNPA का होस्ट किया यह डायलॉग शाम 6 बजे से 9 बजे तक चलेगा।
5 एक्सपर्ट पब्लिशर-प्लेटफॉर्म रिलेशनशिप पर करेंगे चर्चा
डायलॉग में कनाडा से एक्सपर्ट टेलर ओवेन, पॉल डेगन और अमेरिका के डॉ. कर्टनी रैड्श शामिल होंगे। इनके अलावा हिंदुस्तान टाइम्स डिजिटल के CEO पुनीत जैन और ABP नेटवर्क के CEO अविनाश पांडे भी स्पीकर लिस्ट में है। डायलॉग में डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स और बिग टेक प्लेटफार्मों के रिलेशन को बेहतर बनाने के तरीकों पर चर्चा होगी।
कनाडा का कोड भारत के लिए बड़ा सबक
इसके अलावा ये भी चर्चा होगी कि कैसे कनाडा का न्यूज मीडिया बार्गेनिंग कोड भारत में अथॉरिटीज और स्टेकहोल्डर्स के लिए एक बड़ा सबक हो सकता है। कनाडा के न्यूज मीडिया बार्गेनिंग कोड ने दुनिया के अन्य हिस्सों में बहुत रुचि दिखाई है। कनाडा के कोड को पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में लागू किए कोड का गेम-चेंजिंग बदलाव माना जा रहा है।
टेक कंपनियां-डिजिटल न्यूज मीडिया में सही रेवेन्यू शेयरिंग
कनाडा का ये एक्ट सुनिश्चित करता है कि गूगल, फेसबुक जैसे बिग टेक डिजिटल न्यूज मीडिया के कंटेंट से जनरेट रेवेन्यू की सही शेयरिंग करें। यह भी बताया गया है कि अगर कनाडा के ड्राफ्ट लॉ जिसे इस साल की शुरुआत में बिल सी-18 के रूप में संसद में पेश किया गया है, प्रभाव में आता है, तो ये कोड कनाडा के न्यूजरूम कॉस्ट का लगभग एक-तिहाई कवर कर सकता है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि कनाडा का प्रस्तावित विधेयक ऑस्ट्रेलियाई कोड में एक उल्लेखनीय सुधार है क्योंकि इसमें ज्यादा ट्रांसपेरेंसी है। कुछ ऐसा जिस पर भारत की अथॉरिटीज और स्टेकहोल्डर्स संभवतः ध्यान देना चाहेंगे। DNPA नई दिल्ली बेस्ड एक इंडिपेंडेंट बॉडी है, जो भारत के 17 टॉप न्यूज मीडिया बिजनेसेज की डिजिटल आर्म का प्रतिनिधित्व करता है।