हरियाणा के रोहतक में RTO की गाड़ी पर GPS लगाकर लोकेशन शेयर की जा रही थी ताकि वाहनों को चेकिंग से बचाया जा सके और धड़ल्ले से उनके ओवरलोड वाहन चलते रहे। इसका खुलासा उस समय हुआ जब RTO की गाड़ी का चालक सफाई कर रहा था। उसे दो GPS लगे हुए मिले। जिसकी शिकायत पुलिस को दी।

RTO ऑफिस में TSI के पद तैनात SI नरेंद्र सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी ड्यूटी सेक्रेटरी व जिला परिवहन अधिकारी के साथ व्यवसायिक वाहनों की चेकिंग में लगी हुई है। उन्हें सरकारी गाड़ी में वाहनों की चेकिंग के लिए भेजा जाता है। जिसे चालक अजय चलाता है।

2 GPS मिले
उन्होंने बताया कि जब भी गाड़ी चेकिंग पर जाती है तो ओवरलोड गाड़ियों का आवागमन बंद हो जाता है। गुरुवार को जब चालक अजय कुमार गाड़ी की साफ-सफाई कर रहा था तो दो GPS चार्ज होने वाले मिले। जिन्हें किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा गाड़ी में लगवाया हुआ था ताकि सरकारी गाड़ी की लोकेशन का पता लग सके।

सरकारी गाड़ी की लोकेशन होती थी सांझा
नरेंद्र सिंह ने बताया कि GPS लगाकर सरकारी गाड़ी की लोकेशन ट्रांसपोर्टरों को दी जा रही थी। जिससे सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाया जा रहा था। दोनों GPS की जली हुई सिम भी मिली है। काफी समय से सरकारी गाड़ी के लोकेशन लेकर ओवरलोड गाड़ियों को चेकिंग से बचाया जा रहा था।

मामला दर्ज
GPS मिलने के बाद मामले की शिकायत पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं इस तरह के मामले पहले भी आते रहे हैं। जब RTO की गाड़ी में जीपीएस लगाकर ट्रांसपोर्टर ओवरलोड वाहनों को निकालते रहते हैं ताकि वाहन पकड़े ना जाएं।

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