हरियाणा के स्कूलों में बच्चे अब खेल-खेल में डिवाइस के माध्यम से पढ़ पाएंगे। ये डिवाइस बच्चों को पढ़ाई से इस तरह से जोड़ देगा कि वो अपना ज्ञान और अधिक मजबूत कर सकेंगे। डिवाइस का नाम अंकनाद है। अंकनाद बच्चों को गिनती व पहाड़े सिखाएगा। मॉडल संस्कृति स्कूलों में इसकी शुरुआत की गई है।
प्राइमरी मॉडल संस्कृत स्कूल में अंकनाद डिवाइस बच्चों को मुश्किल से मुश्किल पहाड़े आसानी से सीखा रही है। बच्चे आसानी से इसे सीख भी रहे हैं। पुराने समय में भी बच्चों को खेल-खेल में पहाड़े सिखाए जाते थे। इस डिवाइस के माध्यम से पहाड़े कंठस्थ करवाए जाएंगे।
बच्चों को अब मनोरंजन के तरीके से जोड़ कर शिक्षा दी जा रही है। जिले के 24 मॉडल संस्कृति स्कूलों में अंकनाद डिवाइस से पढ़ाई करवाई जा रही है। जिसका नोडल अधिकारी जिला गणित विशेषज्ञ नीरज पाहुजा काे बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि डिवाइस एक तरह से रेडियो जैसा है। जिसमें आधा, पाव, पौना, ढाई, डेढ़ के भी पहाड़े हैं, ताकि बच्चों को विभिन्न संख्याओं का ज्ञान होने के साथ-साथ उनकी गुणा करने में भी आसानी हो सकेगी। इस डिवाइस के जरिए बच्चों का ज्ञान और भी मजबूत हो सकेगा।
हरियाणा के मॉडल संस्कृति स्कूलों में शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि सभी स्कूलों के मुखियाओं को वाट्सअप ग्रुप के साथ जोड़ दिया गया है, ताकि विभाग द्वारा प्राप्त सभी सूचनाएं आदान-प्रदान की जाए सकेंगे। विद्यार्थियों की पहाड़ों की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता भी करवाई जाएगी।
जानिए… कैसे काम करता है यंत्र
प्राइमरी मॉडल संस्कृति स्कूल में अंकनाद यंत्र बच्चों को कठिन पहाड़े आसानी से पढ़ा रहा है। बच्चे भी इससे आसानी से सीख रहे हैं। पुराने जमाने में भी बच्चों को खेल खेल में सिखाया जाता था। बच्चों को अब मनोरंजन के माध्यम से जोड़कर शिक्षित किया जा रहा है यानि की यह यंत्र बच्चों को खेल-खेल में ही पढ़ा रहा है।
इससे बच्चे आसानी से सीख रहे हैं क्योंकि अगर बच्चों को केवल पढ़ाया जाए तो वह आसानी से नहीं पढ़ते हैं, ऐसे में इस यंत्र के माध्यम से बच्चों को पढ़ने में भी आसानी हो रही है और वह खेल खेल में पढ़ाई कर पा रहे हैं। यह यंत्र रेडियो की तरह काम करता है। जैसे रेडियो में बटन घुमाकर अलग-अलग तरह के कार्यक्रम सुन सकते थे। वैसे अंकनाद में भी एक बटन लगा है। जिसे घुमाकर अलग-अलग पहाड़े आते हैं।
अंकनाद बच्चों को क्लास के हिसाब से टेबल, गिनती और गाने सिखाएगा
नोडल अधिकारी नीरज पाहुजा ने बताया कि सरकार ने यह उपकरण मॉडल संस्कृति स्कूलों को भेजा है। अंकनाद बच्चों को क्लास के हिसाब से टेबल, गिनती और गाने सिखाएगा। साथ ही शिक्षा की शुरुआत कर दी गई है। अब जल्द ही यह डिवाइस बाकी स्कूलों में भी दी जाएगी। डिवाइस के जरिए बच्चे सीख भी रहे हैं।
बच्चे इससे अच्छी तरह और रुचि के साथ सीख रहे हैं: नीरज पाहुजा
हरियाणा में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति की ओर एक कदम बढ़ाया है। अंकनाद डिवाइस से बच्चों को गणित विषय की पढ़ाई करवाई जा रही है। बच्चे इससे अच्छी तरह और रूचि के साथ सीख रहे हैं। सरकार की यह पहल अच्छी है।” -नीरज पाहुजा, नोडल अधिकारी, अंकनाद।