गीता ज्ञान संस्थानम् में गीता जयंती का भावमय उल्लास
ब्रह्मसरोवर परिक्रमा में झूमे श्रद्धालु
कुरुक्षेत्र, 4 दिसम्बर (जीओ गीता) : महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के सान्निध्य में आज गीता ज्ञान संस्थानम् में गीता जयंती पर्व बड़े ही श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाया गया। गीता जयंती के उपलक्ष्य में प्रातः काल सर्वप्रथम आयोजित हवन यज्ञ में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज संग सैकड़ों श्रद्धालुओं ने गीता के श्लोकों की आहुतियां डाली एवं तत्पश्चात ब्रह्मसरोवर पहुंचकर गीता पूजन किया गया। गीता पूजन उपरांत गीता ज्ञान संस्थानम् द्वारा ब्रह्मसरोवर परिक्रमा का आयोजन हुआ। गीता जयंती के उपलक्ष में आयोजित ब्रह्मसरोवर परिक्रमा का शुभारंभ जीओ गीता के संकीर्तन प्रमुख सुनील वत्स ने महामंत्र ओम नमो भगवते वासुदेवाय एवं श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारे, हे नाथ नारायण वासुदेव की मधुर धुन के साथ किया। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के साथ पटियाला से पधारे भूपेंद्र सिंह महाराज ने भी परिक्रमा में सम्मिलित होकर श्रद्धालुओं को अनुग्रहित किया। श्रीमद्भगवद्गीता के रसमई भजनों से ओतप्रोत ब्रह्मसरोवर परिक्रमा में गीता ज्ञान संस्थानम् के व्यवस्थापक राजेंद्र चोपड़ा एवं रसिक पवन गुम्बर ने श्रीमद्भगवद्गीता से संबंधित भजनों ऐसा समा बांधा कि परिक्रमा में उपस्थित सभी श्रद्धालु झूमते नाचते नजर आए। परिक्रमा के मध्य में हरियाणा योग आयोग की तरफ से चेयरमैन जयदीप आर्य ने गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज को पुष्प भेंट कर परिक्रमा का स्वागत किया। ब्रह्मसरोवर परिक्रमा में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि भगवत गीता पन्नों पर लिखी कोई कहानी नहीं है, बल्कि भगवत गीता साक्षात भगवान की वाणी है। इतना ही नहीं भगवत गीता भगवान के हृदय से निकली हुई आवाज तो है ही, साथ ही भगवत गीता प्राणियों को भगवान का दिया हुआ प्रसाद है। गीता मनीषी ने तेरी वाणी से हमें तेरा नजारा मिल गया, भव में डूबती नैया को जैसे किनारा मिल गया भजन गाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर हरियाणा योग आयोग द्वारा की जा रही उत्कृष्ट सेवाओं के लिए आयोग के चेयरमैन जयदीप आर्य सहित सभी शब्द सदस्यों की सराहना की। परिक्रमा के समापन पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने श्रीमद्भगवद्गीता को नमन किया तथा गीता जयंती पर्व की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर हंसराज सिंगला, अशोक चावला, विजय नरूला, पवन भारद्वाज, राजकुमार शर्मा, के. सी. कत्याल, सुरेंद्र शर्मा, रमाकांत शर्मा, तरुण धमीजा, हर्ष सलूजा, सौरव आनंद, नवीन भारद्वाज, शुभम मित्तल एवं अनिल शर्मा सहित भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
गीता के उपदेश स्थली को गीता मनीषी का नमन :
गीता जयंती के उपलक्ष में प्रातः काल ब्रह्मसरोवर परिक्रमा से पूर्व गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज गीता की उपदेश स्थली ज्योतिसर तीर्थ पहुंचे। ज्योतिसर पहुंचने पर गीता मनीषी ने सर्वप्रथम गीता की उपदेश स्थली को नमन किया। पूरे विधि विधान से गीता पूजन करने के उपरांत स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने ज्योतिसर तीर्थ की परिक्रमा की। स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने ज्योतिसर तीर्थ के प्रांगण में ही बैठकर श्रद्धालुओं के साथ गीता पाठ किया। गीता पाठ के उपरांत श्रीमद्भगवद्गीता जी की आरती की गई। श्रीमद्भगवद्गीता के अवतारी दिवस के अवसर पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के सान्निध्य में गीता ज्ञान संस्थानम् में पूरा दिन गीता जयंती पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।