हरियाणा में किसान फिर से आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। इस बार आंदोलन राज्य में कम गन्ना मूल्य को लेकर होगा। कृषि आंदोलन की तीसरी वर्षी के दौरान मोहड़ा मंडी में आज आयोजित रैली के दौरान भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी आंदोलन का ऐलान करेंगे। चढ़ूनी का कहना है कि हरियाणा में अभी गन्ना मूल्य पंजाब से भी कम हैं, जो न्यायोचित नहीं है।

पंजाब में 20 रुपए ज्यादा
हरियाणा से पंजाब में गन्ना किसानों को 20 रुपए ज्यादा मिल रहे हैं। पंजाब में विधानसभा सत्र के दौरान सदन में CM भगवंत मान ने इस पेराई सत्र में से किसानों को गन्ने का स्टेट एग्रीड प्राइस प्रति क्विंटल 20 रुपए अधिक किए जाने की घोषणा की थी। जिसके बाद पंजाब में गन्ने का भाव 360 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़कर 380 हो गया है। हालांकि इस फैसले से सरकार के खजाने पर सालाना 200 करोड़ रुपए का भार पड़ रहा है।

आंदोलन की एक वजह यह भी
गन्ना के मूल्यों को आंदोलन शुरू किए जाने की एक वजह और भी है। हरियाणा में गन्ना अभी 360 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है। जबकि आज की तारीख में गन्ने की खोई का प्रयोग इथेनॉल बनाने के लिए किया जा रहा है, जिसके बाद यह 400 रुपए प्रति क्विंटल बिक रही है। ऐसे में गन्ना किसानों का कहना है कि गन्ने का रेट कम से कम 400 रुपए प्रति क्विंटल होना चाहिए।

बड़े आंदोलन की तैयारी
चढ़ूनी का कहना है कि सरकार हमेशा किसानों के हितों में कटौती करती है, जबकि किसानों के कारण हरियाणा में खुशहाली बनी हुई है। आज के समय में हरियाणा की पहचान कृषि राज्य के रूप में है। इसके बाद भी किसानों के हितों के साथ सरकार खिलवाड़ कर रही है। इसको कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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