कैथल के सेल्फ हेल्प ग्रुप के शिल्पकार तराश रहे है लकड़ी को विशेष शिल्पकला में, लकड़ी की इस कला को देखने के लिए उमड़े पर्यटक, गीता महोत्सव में पहली बार पहुंचे कैथल के शिल्पकार दीपक जांगड़ा व प्रदीप जांगड़ा
कुरुक्षेत्र 23 नवंबर सेल्फ हेल्प ग्रुप के शिल्पकार बेजुबान लकड़ी को तराशकर एक ऐसा स्वरूप दे रहे है। इस स्वरूप को देखकर हर कोई आश्चर्यचकित हो रहा है। इस शिल्पकला को पहली बार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में एक विशेष मंच दिया गया है। इस मंच पर शिल्पकारों ने अयोध्या में बनने वाले श्री राम मंदिर, अमृतसर के गोल्डन टेम्पल और भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन-रथ के लकड़ी से तराशकर हूबहू स्वरूप तैयार किए है। इस शिल्पकला की चारों तरफ खूब प्रशंसा की जा रही है।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022 में अयोध्या में बनने वाला श्री राम मंदिर कैसा होगा, देखे तस्वीर हूबहू, ऐसे ही बन रहा है श्री राम मंदिर। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान श्री राम मंदिर के स्टाल पर इसे देखने वालों की भारी भीड़ लगी है। हरियाणा के जिला कैथल के रहने वाले दीपक जांगड़ा ने बताया की अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के उनके स्टाल पर ज्यादातर लोगों को भीड़ सिर्फ श्री राम मंदिर को खरीदने वालों की है। इसके इलावा उनके स्टाल पर गोल्डन टेम्पल, बद्रीनाथ मंदिर, केदारनाथ मंदिर भी मौजूद है, मगर सबसे ज्यादा डिमांड श्री राम मंदिर की हो रही है। उन्होंने कहा कि इस श्री राम मंदिर को नक्काशीदार करके तैयार किया गया है, मुख्य मंदिर में गर्भगृह, फर्श, मेहराब, रेलिंग और दरवाजे के फ्रेम को भी सजाया गया है।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को भरोसा है कि मंदिर दिसंबर 2023 के पहले ही बनकर तैयार हो जाएगा। राम जन्मभूमि मंदिर एक हिंदू मंदिर है जो भारत के उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम जन्मभूमि के पवित्र तीर्थ स्थल पर पुन: नए रूप में बनाया जा रहा है।