हरियाणा में मुर्रा नस्ल का झोटा (भैंसा) रोहतक में हुई पशुधन प्रतियोगिता में नेशनल चैंपियन बना। राका से पहले उसके दादा ऑलटाइम विनर और पिता भी 7 बार नेशनल चैंपियन रह चुके हैं।

झोटा राका की लाइफ भी पूरी तरह लग्जरी है। रोज सुबह वह 4 किलोमीटर की सैर करता है। उसके बाद 5 लीटर दूध पीता है। साथ ही 9 किलो फीड खाता है। जिसमें सोयाबीन, चना व बिनौला के साथ ड्राई फ्रूट भी शामिल हैं। राका की हाईट 5.6 फीट और वजन 1300 किलो है।

राका झोटे को संभालते हुए उसके मालिक रविंद्र डोभ।
राका झोटे को संभालते हुए उसके मालिक रविंद्र डोभ।

नेशनल चैंपियन है राका
गांव डोभ निवासी रविंद्र कुमार ने बताया कि उन्होंने मुर्रा नस्ल का कटड़ा पाल रखा है। जिसका नाम राका है। 19 दिसंबर को वह चार साल का हो जाएगा। राका घर पर ही पैदा हुआ था और कई प्रतियोगिता में जीत हासिल करके नेशनल चैंपियन बना है। जिसकी मां रामो 24 लीटर दूध देती थी। इसका पिता अर्जुन भी ऑल इंडिया चैंपियन रहा है।

यहां तक कि अर्जुन का पिता खली व दादा शेरा भी चैंपियन रहे हैं। रविंद्र ने बताया कि उन्हें पशु पालने का शौक है। उनका राका के प्रति काफी लगाव है, इसलिए वे इसे बेचना नहीं चाहते। राका केवल प्रतियोगिताओं में भाग लेगा।

राका झोटे के बारे में जानकारी लेते हुए हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल
राका झोटे के बारे में जानकारी लेते हुए हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल

सरताज 7 बार तो सूर्या 3 बार इंडिया चैंपियन
भिवानी के गांव तालु निवासी सुमेश कुमार ने बताया कि वह प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए दो मुर्रा नस्ल के झोटे लेकर आए हैं। जिनके नाम सूर्या व सरताज रखे हुए है। सरताज 7 बार इंडिया चैंपियन रहा है और सूर्या 3 बार इंडिया चैंपियन रहा है। इनकी उम्र करीब 6 वर्ष हो गई है। दोनों ही घर पर पैदा हुए हैं।

सूर्या झोटे के साथ सुमेश कुमार तालू
सूर्या झोटे के साथ सुमेश कुमार तालू

10-15 लीटर पीते हैं दूध
सुमेश कुमार तालु ने बताया कि वे अपने झोटों को 10-15 लीटर दूध प्रतिदिन पिलाते हैं। साथ ही मिक्स फीड भी डालते हैं, जिसमें गुड़ व तेल आदि शामिल रहा है। इनमें से सरताज का पिता सम्राट तालू 28 बार इंडिया चैंपियन रह चुका है। जिसे 31 लाख में बेचा गया था। उन्होंने बताया कि सूर्या की मां 26 लीटर दूध देती थी। वहीं सरताज की मां 27.80 लीटर दूध देती थी। उसके झोटे की 21 लाख रुपये कीमत लग चुकी थी, लेकिन अभी वह बेचना ही नहीं चाहता।

सूर्या झोटे के साथ गांव तालू निवासी पशुपालक सोमेश कुमार

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